Shivling par kya chadhana chahie
वेद- शास्त्रों में कई ऐसी चीजों के बारे में विस्तार से बताया गया है कि कौन सी चीजें शिवलिंग में चढ़ाना वर्जित माना जाता है। माना जाता है कि इन्हें शिवलिंग में चढ़ाने से भगवान शिव रुष्ट हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि शिवलिंग में कौन सी चीजें न चढ़ाएं।
शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शक्कर, शहद, घी, भांग, पुष्प, धतूरा, चंदन, फल अर्पित किए जाते हैं। लेकिन कुछ द्रव्य ऐसे है जिन्हें शिवलिंग पर अर्पित करना शास्त्रों में निषेध माना गया है।
शिव जी को न चढ़ाएं ये फूल आमतौर पर भगवान शिव को सफेद और नीले रंग का फूल चढ़ाना शुभ माना जाता है। लेकिन इस रंग में कई ऐसे फूल भी है जिन्हें चढ़ाने की मनाही है। शिवलिंग पर, केतकी का फूल नहीं चढ़ाते हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार, ब्रह्मा जी के साथ देने के साथ, झूठ बोलने पर भोलेनाथ ने ,केतकी के फूल को शाप दे दिया था। जिसके बाद से, केतकी के फूल का इस्तेमाल , शिव जी की पूजा में नहीं करते हैं। इसके अलावा लाल रंग के फूल, चंपा, कमल, कनेर आदि फूल भी नहीं चढ़ाते हैं।
शिव जी पर तुलसी पत्र न चढ़ाएं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान शिव ने देवी तुलसी के पति ,असुर जालंधरका वध किया था। इसलिए उन्होंने ,स्वयं भगवान शिव को अपने अलौकिक, और दैवीय गुणों वाले पत्तों ,से वंचित कर दिया।भगवान विष्णु की उपासना तुलसी दल के बिना पूर्ण नहीं होती,परन्तु भगवान शिव की पूजा में, तुलसी दल का प्रयोग वर्जित माना गया है।
शंखजल से अभिषेक नहीं करना चाहिए।
शिवपुराण के अनुसार, शंखचूड़ एक महापराक्रमी दैत्य था, जिसका वध स्वयं भगवान शिव ने किया था। जिसके बाद, उसका शरीर भस्म हो गया,उस भस्म से शंख की उत्पत्ति हुई थी। इसलिए महाशिवरात्रि पर कभी शंख से शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाया जाता है।
शिवलिंग पर नारियल पानी न चढ़ाएं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर आप नारियल अर्पित कर सकते हैं, लेकिन कभी भी शिवलिंग पर नारियल के जल से ,अभिषेक नहीं करना चाहिए। दरअसल नारियल को ,देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है,माता लक्ष्मी ,भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं और नारियल को श्रीफल ,भी कहा जाता है और इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है इसलिए इसका प्रयोग, भगवान शिव की पूजा में, नहीं किया जाता है।
शिवलिंग पर सिंदूर चढ़ाना भी वर्जित है
भगवान शिव को, कभी भी श्रृंगार का सामान नहीं चढ़ाना चाहिए ,खासतौर पर सिंदूर और कुमकुम को। महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं जबकि भगवान शिव संहारक रूप में भी पूजे जाते हैं ऐसे में भगवान शिव को सिंदूर नहीं चढ़ाया जाता है लेकिन मां पार्वती को सिंदूर अर्पित करते हैं।
शिवलिंग पर टूटे हुए चावल नहीं चढाने चाहिए।
शिवपुराण के अनुसार भगवान शिव को टूटा हुआ चावल नहीं चढ़ाया जाता है। टूटा हुआ चावल अपूर्ण और अशुद्ध माना गया है, इसलिए यह शिव जी को नहीं चढ़ता।
तो कृपया आपलोग इन चीज़ो का खयाल रखें।
Articles related to Shivling par kya chadhana chahie
Shubh Brishaspativar Vrat Katha
Ganesh Kavach PDF
0 Comments